विश्वास के कोमल धागों से है बनता रिश्तोंका संसार !
ज्ञान नही धन नही प्रेम है जीवन का आधार ...!!
जो प्रेम स्वार्थ की सीमाओं से परे करे वो दोस्त !
खली जीवन को स्वर्णिम लम्हों से करें ,हरे भरे वो दोस्त ...!!
वो दोस्त ,समझ हो जिसे दोस्त की हर धड़कन की !
वो दोस्त समझ हो जिसे इस अटूट वन्धन की ...!!
यह तन नश्वर ,जीवन नश्वर है नश्वर यह संसार !
जो मिटे नही , रहे अमर सदा वो है दोस्ती एक अमूल उपहार .........!!
ज्ञान नही धन नही प्रेम है जीवन का आधार ...!!
जो प्रेम स्वार्थ की सीमाओं से परे करे वो दोस्त !
खली जीवन को स्वर्णिम लम्हों से करें ,हरे भरे वो दोस्त ...!!
वो दोस्त ,समझ हो जिसे दोस्त की हर धड़कन की !
वो दोस्त समझ हो जिसे इस अटूट वन्धन की ...!!
यह तन नश्वर ,जीवन नश्वर है नश्वर यह संसार !
जो मिटे नही , रहे अमर सदा वो है दोस्ती एक अमूल उपहार .........!!
bahut achi rachna hai..kya apne likhi hai..isliye pucha kyo ki apne kuch sms shayri dali hai blog pe apne
जवाब देंहटाएंyatharth.par vishvas ke dhage majboot rahe aapake jeevan me ye dhyan rakhana.
जवाब देंहटाएं