गुरुवार, मार्च 19

"दोस्त"


विश्वास के कोमल धागों से है बनता रिश्तोंका संसार !
ज्ञान नही धन नही प्रेम है जीवन का आधार ...!!

जो प्रेम स्वार्थ की सीमाओं से परे करे वो दोस्त !
खली जीवन को स्वर्णिम लम्हों से करें ,हरे भरे वो दोस्त ...!!

वो दोस्त ,समझ हो जिसे दोस्त की हर धड़कन की !
वो दोस्त समझ हो जिसे इस अटूट वन्धन की ...!!

यह तन नश्वर ,जीवन नश्वर है नश्वर यह संसार !
जो मिटे नही , रहे अमर सदा वो है दोस्ती एक अमूल उपहार .........!!





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