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"मन से "
मंगलवार, जून 16
"याद"
आपकी यादों को भूल पाना मुश्किल
है,
इस मन को
मनाना
मुश्किल है ,
कितना याद करते है हम आपको ,
ये लिख पाना मुश्किल है ,
मंगलवार, जून 9
"आरजू"
ये आरजू नही
की
किसी को भुलाये हम ,
ना तम्मना
कि
किसी
को
रुलाएं
हम,
पर दुआ है उस रबसे जिसको जितना याद करते है ,
उस को उतना
याद
आयें हम .
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manvendra singh
noida, UP, India
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