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"मन से "
सोमवार, अप्रैल 27
"दुनिया"
पत्थर की है दुनिया ज़ज्बात नही समझती
तनहा तो चाँद भी है सितारों मैं
पर चाँद का दर्द बेवफा रात नही समझती
शुक्रवार, अप्रैल 17
"मन से "
तुम्हारी
दूनियाँ
से जाने के बाद ,
हम तुम्हे हर तारे
में
नज़र आया करेंगे ।
तुम
हर पल कोई दुआ
मांग
लेन ।
और हम टूट जाया करेंगे ।
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man se
manvendra singh
noida, UP, India
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