सोमवार, फ़रवरी 23

"इंतजार"

tasvir

एक तस्वीर खावों मैं आती रही !

उसे देख कर जिंदगी मुस्कुराती रही !!


कर गई मुझसे कई अनसुलझे सवाल !

पर मुझको अपनी याद दिलाती रही !!


जब दिल ने उसे करीब से छूना चाहा !

तो बो मुस्कुराकर ओझल हुई !!


हम ढूँढते रहे उसे जिंदगी के अंधेरों मैं !

पर एक नई राह ज़िन्दगी को दिखाती रही !!


ये मेरा वहम था या ज़िन्दगी की हकीकत !

के उसकी याद hamasa

सोमवार, फ़रवरी 16

tasvir

tasvir

"एक सच जिंदगी का "

जो बीत गए है बो ज़माने नही आते!

आते है नए लोग पुराने नही आते !!


कि मुद्दत हुई उस पेड की हर साख को सूखे !

की पंछी भी अब तो रात बिताने नही आते !

मंगलवार, फ़रवरी 10

ज़िन्दगी


तुम से मिल कर ये ज़िन्दगी मुस्कुराने लगी !


दिल की बात जुबां पर आने लगी !!


सोचा न था यु कोई मिल जायगा !


की कोई फूल राहों मैं खिल जाए गा !!


इतना दूर रहकर भी आपना हो जायगा !


मिटादो ये दूरिया तो इस दिल को भी सकूँ मिल जाएगा !!

aansu


अश्क भी पी लिए होंठ भी सी लिए !


ए दोस्त तेरी खुशी के लिए !!


चाँद चमका किया सम्मा जल तीरही !


हम तरस ते रहे रौशनी के लिए !! आंसू